Q क्या लिवर का घरेलू इलाज संभव हैं?
दोस्तों, इसका बड़ा सा जवाब हैं - 'हां' आज हम जिस विषय पर बात करने वाले हैं वो वाकई में हमारे बॉडी के रियल हीरो हैं, जिसके बारे में आप बखूबी जानते हो, और उसका नाम है लिवर (Liver)। अगर आपको लगता है कि हार्ट या फिर ब्रेन हमारी बॉडी में सबसे ज्यादा काम करने वाली ऑर्गन है तो जान लीजिए आज ही कि हमारा लिवर एक दिन में 500 से भी ज्यादा अलग-अलग काम करता है।
जी हां 500 वाइटल फंक्शनंस् और सबसे इंपॉर्टेंट बात और सबसे इंटरेस्टिंग बात यह है कि यह बॉडी का एक अकेला ऐसा ऑर्गन है जो खुद को रीजेनरेट कर सकता है, इवन अगर इसका 75% हिस्सा निकाल दिया जाए या खराब हो जाए तो भी यह “टर्मिनेटर” मूवी की तरह अपने आप को दोबारा से रीजेनरेट कर सकता है।
हाय everyone, Hindikaari ~ स्वस्थ जीवन निरोगी काया के मंच पर आपका स्वागत हैं। तो आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि हमारा लिवर कैसे काम करता है, और किन चीजों से लिवर प्रॉब्लम्स पैदा होती हैं, लिवर डैमेज होने पर हमें क्या-क्या लक्षण नजर आते हैं, और इसका घरेलू उपचार क्या हैं?
1. कैसे हम अपने लिवर को जिंदगी भर हेल्दी और फिट रख सकते हैं?
आप लिवर को एक मास्टर कंट्रोल रूम की तरह समझ सकते हैं जो पूरी बॉडी के ऑपरेशंस को हैंडल करता है।
- लिवर के सबसे मेन फंक्शन की अगर बात करें, तो यह आपके खाने में मौजूद न्यूट्रिएंट्स को प्रोसेस करता है और उसको एनर्जी में कन्वर्ट करता रहता है।
- जब भी आप कुछ खाते हैं तो लिवर उन न्यूट्रिएंट्स को ब्रेकडाउन करता है, एनर्जी बनाता है और जो एनर्जी जरूरत से ज्यादा होती है जिसकी हमें जरूरत नहीं होती है, उसको स्टोर कर लेता है ताकि जरूरत पड़ने पर कभी हम भूखे हैं या कोई फास्ट कर रहे हैं तो उस समय पे वो काम आ सके।
- लीवर का दूसरा इंपॉर्टेंट फंक्शन है, डिटॉक्सिफिकेशन जब भी हम कोई गलत चीज खाते पीते हैं जैसे कि मान लीजिए अल्कोहल ले रहे हैं या फिर तंबाकू खा रहे हैं या कोई प्रोसेस्ड फूड या गलत चीज ले रहे हैं तो टॉक्सिंस उसके साथ हमारी बॉडी में पैदा हो जाते हैं।
- ऐसे में आपका लिवर एक फिल्टर की तरह काम करता है जो कि ब्लड से इन हार्मफुल चीजों को रिमूव करता है अगर यह प्रोसेस स्लो हो जाए या फिर लिवर हमारा डैमेज हो जाए सही से काम नहीं करे तो टॉक्सिंस हमारी बॉडी में जमा होने लगेंगे और कई सीरियस हेल्थ प्रॉब्लम्स इसकी वजह से क्रिएट हो सकती हैं।
- इसके बाद नंबर आता है बाइल प्रोडक्शन का, बाइल एक तरह का डाइजेस्टिव जूस होता है। दोस्तों, जो कि फैट्स को डाइजेस्ट करने में हेल्प करता है आपने अक्सर सुना होगा कि पित्त का नाम पित्त क्यों पड़ा, वह बेसिकली यही बाइल के वजह से ही पड़ा हैं।
- आपने अक्सर सुना होगा पित्त की पथरी, तो वो एक थैली होती है, छोटी सी आकार वाली लीवर के अंदर, जहां पर पित्त बनता है यह बाइल बनता है और उसी के अंदर अगर पथरी बुझ जाती है तो उसे कहते हैं पित्त की पथरी तो हमारा जो लिवर है यह इस बाइल के बनाने में भी एक क्रूशियल रोल प्ले करता है।
- जब भी आप कोई फैटी मील खाते हैं, तो आपका लिवर बाइल को प्रोड्यूस करता है जो कि इस फैट को स्मॉल पार्टिकल्स में ब्रेकडाउन करता है, जिससे कि इसको अब्सॉर्ब करना यानि डाइजेस्ट करना आसान हो सके, अगर यह बाइल सही से नहीं बन पाएगा।
- हमारे लिवर में तो उसकी वजह से हमारा जो फैट का पाचन है वो सही से नहीं हो पाएगा इनडाइजेशन होने लग जाएगा इसके अलावा दोस्तों लिवर एक गोदाम की तरह भी काम करता है, जहां पर बहुत सारे एसेंशियल विटामिन जैसे कि विटामिन ए, विटामिन डी, विटामिन के, और मिनरल्स जैसे आयरन और कॉपर को स्टोर करके यह रखता है।
- और क्यों स्टोर करके रखता है, वो इसलिए रखता है क्योंकि जब बॉडी को इनकी जरूरत होगी तो लिवर इनको बॉडी से रिलीज कर देगा, लिवर ब्लड क्लॉटिंग प्रोटंस भी बनाता है जो कि इंजरी या फिर कट लगने के केस में ब्लीडिंग को रोकने में हमारी हेल्प करता हैं।
- अगर लिवर फंक्शन वीक हो जाएगा, तो ब्लीडिंग प्रॉब्लम्स भी हमें फेस करनी पड़ सकती हैं और आखिरी लेकिन बहुत ही इंपॉर्टेंट फंक्शन यह हैं कि इम्यून डिफेंस में लिवर ब्लड के अंदर से बैक्टीरिया और हार्मफुल माइक्रो ऑर्गेनिज्म्स् को रिमूव करता है और इनफेक्शन से फाइट करने में हमारी हेल्प करता है।
दोस्तों ये सब फंक्शनंस् इसलिए बहुत ही इंपॉर्टेंट है क्योंकि लिवर के बिना इनमें से कोई भी काम प्रॉपर्ली हमारे अंदर बॉडी में नहीं हो पाएगा।
2. अब आइए बात करते हैं कि कौन-कौन सी चीजें लिवर को डैमेज कर सकती हैं और लिवर डिजीज के मेन कारण क्या-क्या होते हैं?
लिवर को खराब करने वाले कारणों में से सबसे पहला कारण होता है, (अल्कोहल अब्यूज) नशा और धूम्रपान, एक्सेसिव अल्कोहल कंजमशन डायरेक्टली आपके लिवर सेल्स को डैमेज करता है, अल्कोहल लिवर का सबसे बड़ा दुश्मन होता है, दोस्तों और रेगुलर ड्रिंकिंग इसे और डैमेज, और इररिवर्सिबल बना सकती है।
वैसे अब से कुछ टाइम पहले तक यह माना जाता था कि अगर आप लिमिट में शराब को पीते हैं तो यह सेहत के लिए अच्छा होता है। इससे कोई नुकसान नहीं होता है लेकिन अब रीसेंट एडवांस्ड स्टडीज से यह बात पता चली है कि अल्कोहल किसी भी क्वांटिटी में आपके हेल्थ और आपके शरीर के लिए अच्छा नहीं होता है।
दूसरा मेजर कॉज होता है दोस्तों, अनहेल्दी डाइट और ओबेसिटी जब हम हाई फैट और प्रोसेस्ड फूड्स को कंज्यूम करते हैं तो लिवर में एक्सेस फैट डिपॉजिट होने लगता है इससे नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज पैदा होती है।
और यह डिजीज आजकल बहुत ही ज्यादा कॉमन हो रही है। स्पेशली बैड लाइफस्टाइल और जंक फूड खाने की वजह से, इस डिजीज में होता यह है कि लिवर फैट (चर्बी) से भर जाता है जो कि उसके नॉर्मल फंक्शन को स्लो कर देता है।
तीसरे रीजन की बात करें, तो यह है वायरल इनफेक्शंस आपने हेपेटाइटिस ए, हेपेटाइटिस बी हेपेटाइटिस सी का नाम तो जरूर सुना होगा यह एक्चुअली वायरस होते हैं जो कि डायरेक्टली आपके लिवर को अटैक करते हैं और उसको डैमेज कर देता हैं।
इनफैक्ट ये इनफेक्शंस ऐसे होते हैं जो कि आपको पता भी नहीं चलता हैं और अंदर ही अंदर अपना काम करते रहता हैं इसके अलावा एक और इंपॉर्टेंट फैक्टर है, कुछ मेडिकेशंस स्पेशली अगर उन्हें लॉन्ग टर्म तक लिया जाएं, और बार-बार लिया जाएं तो यह भी लिवर के लिए टॉक्सिक हो सकती हैं।
और लास्टली कुछ लोगों में हेरिडिटरी कंडीशंस जैसे कि “विल्संस डिजीज या फिर हीमोक्रोमेटोसिस” जिसमें लिवर हैवी मेटल्स या फिर आयरन को अपने अंदर जमा करने लग जाता है, जो कि उसको डैमेज करने का एक बहुत बड़ा कारण बनता है।
तो ऐसी कंडीशंस भी इस प्रकार के लिवर डिजीज का कारण बन सकती हैं, और कुछ मेन कॉजेस जो कि लिवर डिजीज के लिए रिस्पांसिबल होते हैं।
3. चलिए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं उन सिम्प्टम्स के बारे में जो कि लिवर डिजीज के सिग्नल्स हमें देती हैं
सबसे पहले बात करते हैं अर्ली साइन की, यानी शुरुआती लक्षणों की अगर आपको बार-बार थकान फील होती है या कमजोरी आ रही है बॉडी के अंदर बिना किसी रीजन के, तो यह लिवर डिस्फंक्शन का एक अर्ली साइन या लक्षण हो सकता है।
और ऐसा इसलिए होता है कि लिवर आपके मेटाबॉलिज्म को रेगुलेट करता है। और जब आपके लिवर ठीक तरह से काम नहीं कर रहा है, तो आपको भूख भी कम लगती है और इसके अलावा आपको शरीर में सब समय थकान महसूस होता हैं या तेजी से आपका वेट लॉस हो रहा है तो यह भी लिवर डिजीज का साइन हो सकता है।
एक और कॉमन सिम्टम है पेट दर्द लीवर के आसपास पेन या ब्लोटिंग का होना यह इंडिकेट करता है कि लीवर में सूजन हो रही है इनफ्लेमेशन हो रहा है। और अगर लिवर डिजीज अंदर ही अंदर बढ़ती चली जा रही है, तो ऐसे में कुछ एडवांस्ड सिम्टम्स भी देखने को मिल सकते हैं।
सबसे पहला और नोटिसेबल साइन होता है जोंडिस यानी पीलिया जिसमें आपकी स्किन और आंखें जो है इनका रंग येलो हो जाता है साथ ही में डार्क यूरिन और पेल स्टूल भी लिवर डिजीज की तरफ इशारा करते हैं।
एडवांस लिवर डिजीज में आपको लेग्स और एंकल्स में यानी आपकी लोअर लेग्स में टांगों में और एंकल्स में टखनों के अंदर स्वेलिंग देखने को मिल सकती है जिसे एडीमा कहते हैं।
और एक बहुत ही इंपॉर्टेंट साइन यह है कि ईजी ब्रूजिंग और ब्लीडिंग जैसे कि मैंने आपको बताया था कि लिवर ब्लड क्लॉटिंग फैक्टर्स को प्रोड्यूस करता है जो कि खून को जमने में हेल्प करते हैं।
तो अगर लिवर फंक्शन काम नहीं कर रहा है ठीक से तो ऐसे में आपको आसानी से ब्रूजिंग हो सकती है या हल्की सी कोई चीज आपको लग जाए तो ब्लीडिंग बहुत ज्यादा हो सकती है।
और फिर वो मुश्किल से रुकती है तो यह भी एक ऐसा साइन है जो कि अलार्म करता है आपको बताता है कि आपके अंदर हो सकता है, लीवर में कोई प्रॉब्लम हो रही हो दोस्तों लिवर को हेल्दी रखना बिल्कुल वैसा ही है।
जैसे कि आप अपनी कार के इंजन को मेंटेन करते हैं, अगर आप रेगुलर सर्विसिंग कराते हैं अच्छा इंजन ऑयल उसके अंदर डालते हैं और अच्छा पेट्रोल यूज करते हैं तो इंजन हमेशा स्मूथली चलता रहता है लेकिन अगर यह सब आप नहीं करते हैं तो जाहिर सी बात है प्रॉब्लम शुरू हो जाती है।
4. बिल्कुल वैसे ही लिवर की हेल्थ को मेंटेन करने के लिए कुछ सिंपल बट जरूरी स्टेप्स लेना बहुत इंपॉर्टेंट होता है।
सबसे पहला स्टेप है बैलेंस्ड डाइट लेना, लीवर के सुरक्षा के लिए सबसे ज्यादा जरूरत होती हैं। न्यूट्रिएंट्स की जो उसकी फंक्शनिंग को सपोर्ट कर सकें आप अपनी डाइट में वेजिटेबल्स फ्रूट्स होल ग्रेंस और लीन प्रोटीन को जरूर इंक्लूड कीजिए।
स्पेसिफिकली ऐसे फूड्स जो कि एंटीऑक्सीडेंट से (रिच) भरपूर होते हैं जैसे कि बेरीज पत्तेदार सब्जियां और नट्स यह सभी चीजें लीवर को टॉक्सिन से फाइट करने में हेल्प करती हैं।
प्रोसेस्ड फूड्स और शुगरी ड्रिंक्स् से हमेशा बचना भी बहुत ही जरूरी स्टेप है क्योंकि यह लीवर पर एक्सेस लोड डाल देते हैं और इसकी वजह से लिवर खराब हो सकता है कमजोर हो सकता है, इसके साथ-साथ अल्कोहल कंजमशन को बंद करना भी लिवर के लिए क्रूशियल है।
साथ ही रेगुलर एक्सरसाइज भी लिवर के लिए बहुत ही जरूरी होता है, फिजिकल एक्टिविटी से क्या होता है कि लिवर फैट रिड्यूस करता है।
और आपको नॉन अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज से बचने में हेल्प मिलती है एक और सिंपल लेकिन पावरफुल टिप है हाइड्रेशन यानि पानी पीना आपके लिवर के लिए बहुत ही इंपॉर्टेंट होता है।
क्योंकि लिवर (टॉक्सिंस) यानि गंदगी को फ्लश आउट करने के लिए एफिशिएंट हाइड्रेशन सिस्टम के ऊपर डिपेंड करता है इसलिए दिन भर में कम से कम 8 से 10 गिलास पानी जरूर पिएं, साथ ही हेल्दी वेट मेंटेन करें और अपने आपको एक्टिव और स्ट्रेस फ्री रखें।
टॉक्सिंस और हार्मफुल केमिकल से बने एक्सपोज़र प्रोडक्ट अवॉइड कीजिए, हेपेटाइटिस ए हेपेटाइटिस बी, वायरस हेपेटाइटिस सी इन सभी के वैक्सीनेशन लीजिए, और लास्टली अपने मेडिकेशंस् को ध्यान से यूज कीजिए।
पूरी सावधानी के साथ यूज कीजिए और कुछ ओवर द काउंटर ड्रग्स जैसे कि “पीसीएम पैरासिटामॉल” अगर आप बहुत ज्यादा बार-बार लेते हैं या दर्द की दवाइयां बार-बार लेते हैं तो इनसे बचिए दोस्तों।
लिवर को हेल्दी रखना इतना भी मुश्किल नहीं है अगर आप इन सिंपल हैबिट्स को अपनी लाइफ-स्टाइल में इंक्लूड कर लेंगे, तो आपको अपनी लिवर की हेल्थ के लिए कुछ एक्स्ट्रा एफर्ट करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
कुछ जरूरी और उपयोगी बातें -
वैसे अगर आप फैटी लिवर डिजीज से पीड़ित हैं तो इसके लिए मैं एक बहुत ही इफेक्टिव घरेलू आयुर्वेदिक उपचार संबंधी और बहुत ही आकर्षक आर्टिकल लिखने जा रहा हूं जो आप ना सिर्फ फैटी लिवर के लिए बल्कि लिवर की ऑलमोस्ट सभी प्रॉब्लम्स के लिए उस आर्टिकल को पढ़कर अपने लिवर को सुरक्षित कर सकते हैं। और यह पूरी तरह से सेफ है तो अगर आप इसके बारे में और अधिक जानना चाहते हैं या डिटेल में जानकारी चाहिए, तो आप हमारे ब्लॉग को फोलो कर सकते हैं और अगर आर्टिकल आपको पसंद आई हो, तो इसे लाइक जरूर करें और हमारी लेखनी पर यदि कोई भी सवाल है तो कमेंट करके जरूर पूछ लीजिएगा, तब तक के लिए हंसते रहिए मुस्कुराते रहिए रोज कुछ ना कुछ नया सीखते रहिए ताकि आप हमेशा हेल्दी और फिट रह सकें शुक्रिया।
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